PM Awas Yojana New Rules: पीएम आवास योजना ग्रामीण शहरी के नए नियम जारी

Published On:
PM Awas Yojana New Rules

हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसका एक खुद का पक्का घर हो, जहां वह अपने परिवार के साथ सुकून से रह सके। इसी सपने को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना चलाई गई थी, और अब साल 2025 में इसमें कई अहम बदलाव किए गए हैं। ये नए नियम उन लोगों के लिए राहत की खबर लेकर आए हैं जो लंबे समय से इस योजना के तहत घर पाने की प्रतीक्षा कर रहे थे।

अब तक इस योजना में कई बाधाएं थीं, जैसे बिल्डिंग परमिट मिलने में देरी, अतिरिक्त शुल्क की मांग और जटिल प्रक्रिया। लेकिन अब सरकार ने इन सभी समस्याओं का समाधान करने के लिए सरल और तेज़ नियम लागू किए हैं, जिससे निर्माण कार्य समय पर शुरू हो सके और जरूरतमंदों को जल्दी से घर मिल सके।

PM Awas Yojana New Rules: जानिए क्या हैं नए दिशा-निर्देश और कैसे होंगे लाभ

प्रधानमंत्री आवास योजना के नए दिशा-निर्देशों में सबसे बड़ा बदलाव यह किया गया है कि अब पात्र लाभार्थियों को बिल्डिंग परमिट लेने के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। विभाग को आवेदन मिलने के तीन दिनों के भीतर परमिट जारी करना अनिवार्य कर दिया गया है। इससे मकान निर्माण की प्रक्रिया तेज होगी और लाभार्थी समय पर निर्माण कार्य शुरू कर सकेंगे।

नई व्यवस्था से पारदर्शिता भी बढ़ेगी क्योंकि अब अधिकारियों के पास आवेदन रोकने या फाइल अटकाने का कोई कारण नहीं रहेगा। यह कदम खासकर उन लोगों के लिए सहायक होगा जो तकनीकी या प्रशासनिक कारणों से अब तक योजना से वंचित थे।

घर निर्माण के लिए अब नहीं देना होगा कोई शुल्क

इस योजना के तहत अब मकान निर्माण के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। पहले लाभार्थियों को नक्शा पास करवाने या परमिट लेने के लिए शुल्क देना पड़ता था, जो गरीब वर्ग के लिए एक बड़ी चुनौती थी।

अब सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि पीएम आवास योजना के तहत मकान बनाने वालों से किसी भी प्रकार की फीस या चार्ज नहीं लिया जाएगा। यह निर्णय विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगा जो सीमित आय में अपने परिवार को एक स्थायी आश्रय देना चाहते हैं।

निर्माण के लिए क्षेत्रीय दिशा-निर्देश भी तय

नई नीति के तहत सरकार ने कुछ क्षेत्रीय नियम भी तय किए हैं ताकि शहरों और गांवों में निर्माण कार्य संतुलित ढंग से हो सके। जिन लाभार्थियों को 500 वर्ग फीट के प्लॉट पर निर्माण की अनुमति दी गई है, उन्हें अब 75 प्रतिशत जमीन खाली छोड़नी होगी।

इसका मकसद यह है कि मकानों के बीच पर्याप्त खुली जगह बनी रहे जिससे पर्यावरण संतुलन भी बना रहे और अव्यवस्थित विकास को रोका जा सके। वहीं जिनके पास 800 वर्ग फीट या उससे बड़े प्लॉट हैं, उन्हें पुराने नियमों के अनुसार छूट दी जाएगी।

बकाया कर नहीं देना होगा निर्माण से पहले

पहले की व्यवस्था में यदि किसी व्यक्ति पर कोई पुराना टैक्स बकाया होता था, तो उसे मकान बनाने की अनुमति नहीं मिलती थी। लेकिन अब इस नियम को बदल दिया गया है। अब यदि व्यक्ति पात्र है तो उसे निर्माण की अनुमति दी जाएगी, चाहे कोई टैक्स बकाया हो या नहीं।

बकाया राशि की वसूली बाद में की जाएगी, जिससे मकान निर्माण में देरी नहीं होगी। यह नियम उन लोगों के लिए बड़ी राहत है जो मामूली टैक्स बकाया होने के कारण सालों से फंसे हुए थे और घर नहीं बना पा रहे थे।

आवेदन की प्रक्रिया भी हुई आसान

पीएम आवास योजना की नई व्यवस्था में आवेदन की प्रक्रिया को बेहद सरल बना दिया गया है। अब लाभार्थियों को दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने होंगे। राज्य सरकार ने वार्ड स्तर पर शिविर लगाने की योजना बनाई है जहां लोग सीधे जाकर आवेदन कर सकेंगे।

इसके साथ ही ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी जल्द शुरू की जाएगी ताकि डिजिटल सुविधा से जुड़ चुके लोग घर बैठे आवेदन कर सकें। सबसे खास बात यह है कि आवेदन के तीन दिन के अंदर बिल्डिंग परमिट जारी करना जरूरी कर दिया गया है, जिससे योजना के तहत निर्माण समयबद्ध ढंग से पूरा हो सके।

शहरी क्षेत्रों के लिए भी बड़ा बदलाव

प्रधानमंत्री आवास योजना के नए नियम केवल ग्रामीण इलाकों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि शहरी इलाकों के लिए भी खास बदलाव किए गए हैं। पीएम आवास योजना शहरी 2.0 के तहत अब शहरों में भी मकान बनाना आसान हो गया है।

अब कम दस्तावेजों में और कम समय में मकान की मंजूरी मिल सकेगी। इसके अलावा यह भी तय किया गया है कि सार्वजनिक उपयोग की ज़मीन पर या किसी प्रस्तावित बायपास या जल स्रोत के नजदीक निर्माण की अनुमति नहीं दी जाएगी। इससे भविष्य में किसी तरह की कानूनी या प्रशासनिक दिक्कत से बचा जा सकेगा।

सपनों का घर अब होगा हकीकत

प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लागू किए गए ये नए नियम लाखों परिवारों के लिए उम्मीद की नई किरण बनकर आए हैं। अब जब आवेदन प्रक्रिया सरल हो गई है, परमिट जल्दी मिलेगा और कोई शुल्क नहीं देना होगा, तब जाकर हर जरूरतमंद व्यक्ति को अपना पक्का घर मिलना संभव हो सकेगा।

सरकार का यह कदम न सिर्फ लोगों को घर देने की दिशा में प्रयास है, बल्कि यह गरीब और निम्न आय वर्ग के लिए आत्मनिर्भरता की ओर एक मजबूत कदम भी है। आने वाले वर्षों में जब ज़्यादा से ज़्यादा लोग इस योजना का लाभ लेंगे, तब इसका वास्तविक असर समाज में दिखाई देगा।

Also Read

Leave a Comment